पार्श्वनाथ आरती
जय पारस स्वामी ।
मेरे प्रभु पारस स्वामी ॥
मान कमठ का चूर-चूर कर,
हुये मोक्षगामी ॥
अश्वसेन नृप पिता तिहारे ।
तुम माँ वामा नयन सितारे ॥
बाल-यति नामी ।
जय पारस स्वामी ॥
नमस्कार इक मंत्र सहारे ।
तुमने नाग नागिनी तारे ॥
करुणा-आसामी ।
जय पारस स्वामी ॥
आ कोई भी जाये द्वारे ।
आप मेंटते दुखड़े सारे ॥
हो अन्तरयामी ।
जय पारस स्वामी ॥
मान कमठ का चूर-चूर कर,
हुये मोक्षगामी ।
जय पारस स्वामी ।
मेरे प्रभु पारस स्वामी ॥
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