==आरती==
।। ले दिया, मैं उतारूॅं आरतिया ।।
तुम मिले मुझे, सब कुछ मिल गया ।
दीप ने पाई ज्योती ।
सीप ने पाया मोती ।
नदारद बुद्धी खोटी ।
नेह निस्पृह बपोती ।।
श्वास पा गया, लौं जाता दिया ।।
ले दिया, मैं उतारूॅं आरतिया ।।
चांद पा गया चकोरा ।
नाद पाया घन मोरा ।
हाथ मन अन्तर कोरा ।
गांठ बिन सुलझा डोरा ।।
टकटकी लगा, निहारूॅं मूरतिया ।
ले दिया, मैं उतारूॅं आरतिया ।।
अमृत बरषाये चन्दा ।
स्वर्ण पा गया सुगन्धा ।
भक्ति में मनुआ अंधा ।
मात श्री मन्ती नन्दा ।।
और न तुम सा देखी दुनिया ।
ले दिया, मैं उतारूॅं आरतिया ।।
Sharing is caring!