==आरती== आरती कीजे बारम्बार ।थाल दीपों की ले रतनार ।। छोड़ जीरण तृण-वत् घर बार ।हाथ घुंघर-लट श्याह उतार ।।चले...
==आरती== आरतिया आरतियाविद्यागुरु की आरतिया, उतारें आओ ।विद्यागुरु की मूरतिया, निहारें आओ ।। चीर चीर ये...
==आरती== दीपों की थाल सजाओ ।विद्यागुरु की आ-रति उतारें आओ ।।विद्यागुरु सतजुग निर्ग्रन्था ।विद्यागुरु...
==आरती== आ-रति कीजे संध्या संध्या ।सुत श्रीमति मल्लप्पा नन्दा ।। शरद पूर्णिमा का दिन आया ।ग्राम सदलगा उत्सव...
==आरती== कीजे आ-रति, सुबहो-शाम ।ज्योत जगा उर श्री गुरु नाम ।। पूरण मल्-लप्पा मनकाम ।श्रीमति हाथ सुकृत परिणाम...
==आरती== छवि भगवन्त बलिहारी ।गुरु निर्ग्रन्थ अविकारी ।। आओ दीप लेके हाथ ।आ-रति करें मिलके साथ ।।करुणा दया...
==आरती== आ-रती आओ उतारें ।पादुका गुरु शीष धारें ।। गुरु सुरग, गुरु चार तीरथ ।मोक्ष गुरु, गुरु शुभ-मुहूरत ।।फिर...
==आरती== आरती छोटे बाबा कीमिटाती पीर सुनो साथी ।भिंटाती तीर, चुनो साथी ।।छोड़ के और काम बाकी ।आरती छोटे बाबा...
==आरती== ।। गुरु धरती के देव कहाते ।। सांझ सांस मिल आ-रति कीजे ।सहजो पूर्ण मनोरथ कीजे ।।वेद, पुराण, शास्त्र...
श्रुत देव लघु चालीसा‘दोहा’ मेरा अपना तुम सिवा,यहाँ न कोई और Iजब-जब दूँ, आवाज मैं, आ जाना माँ दौड़ ।। माँ...
श्री शान्ति, कुन्थ, अर लघु चालीसा ‘दोहा’ आ सत्संगत से जुड़ें,कलि इस भाँत न और ।थकना, थमना अन्त में,तजें न...
पंच बालयतिलघु चालीसा‘दोहा’ कीर्तन सिवा न दूसरा, कलि कल्याणक द्वार ।आ पल पल सु-मरण करें, ना ‘कि तीज...