सवाल
आचार्य भगवन् !
‘राख समय’ ऐसा कहते हैं
सो समय राखने की
ही बात कहते हैं
या फिर और भी कोई संकेत दे रहे हैं
ये दो अक्षर
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
सखे !
समय के थर पे थर रखे
एक एक थर खिसका
‘कि लापता
जीवन नाम किसका
बने राख समय
पल-पल बने राख समय
घुलने न देना यूँ ही
घुले बिना रहेगा भी नहीं
समय कुछ कुछ फितरत लिये बरफ
पल बाद, याद शेष सिरफ
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
Sharing is caring!