loader image
Close
  • Home
  • About
  • Contact
  • Home
  • About
  • Contact
Facebook Instagram

आचार्य श्री पूजन

गुरु-पाद पूजन – 303

By मुनि श्री निराकुल सागर जी महाराज 

परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित
पूजन क्रंमाक 303

*हाईकू*
मने दिवाली
लिये आश ये,
द्वार आये सवाली ।।स्थापना।।

स्वीकारिये,
श्री गुरु दृग् नम !
लाये उदक हम ।।जलं।।

स्वीकारिये,
‘गिर् गुरु सुरम !
लाये चन्दन हम ।।चन्दनं।।

स्वीकारिये,
‘जी’ ‘गुरु’ नरम !
लाये तण्डुलं हम ।।अक्षतं।।

स्वीकारिये,
श्री गुरु ब्रिहम !
लाये पहुप हम ।।पुष्पं।।

स्वीकारिये,
श्री गुरु परम !
लाये व्यञ्जन हम ।।नैवेद्यं।।

स्वीकारिये,
‘भी’ गुरु प्रथम !
लाये दीपक हम ।।दीपं।।

स्वीकारिये,
ध्यां गुरु-धरम !
लाये सुगन्ध हम ।।धूपं।।

स्वीकारिये,
विद् गुरु मरम !
लाये श्रीफल हम ।।फलं।।

स्वीकारिये,
श्री श्री गुरुतरम्
लाये अरघ हम ।।अर्घ्यं।।

*हाईकू*
पाँव उखड़े पाप के,
आशीष में जादू आपके

।।जयमाला।।

सुत मल्लप्प गुरुदेवा ।
दीवो अप्प गुरुदेवा ।।
शारद पुन गुरुदेवा ।
स्वारथ शून गुरुदेवा ।।१।।

पातर पाण गुरुदेवा ।
आखर वाण गुरुदेवा ।।
सन्मत वंश गुरुदेवा ।
जिन-मत हंस गुरुदेवा ।।२।।

बदरी नैन गुरुदेवा ।
मिसरी वैन गुरुदेवा ।।
पावन पूत गुरुदेवा ।
माहन सूत्र गुरुदेवा ।।३।।

दया निधान गुरुदेवा ।
मन नादान गुरुदेवा ।।
मन्दर प्रीत गुरुदेवा ।
चन्दर जीत गुरुदेवा ।।४।।

पर उपकार गुरुदेवा ।
गुण गुणकार गुरुदेवा ।।
मन मृग ठाम गुरुदेवा ।
सु-मरण शाम गुरुदेवा ।।५।।

।। जयमाला पूर्णार्घं ।।

*हाईकू*
न खास मैं,
मैं अयस्,
पै पारस,
लो रख पास मैं

Sharing is caring!

  • Facebook
  • Twitter
  • LinkedIn
  • Email
  • Print

Leave A Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

*


© Copyright 2021 . Design & Deployment by : Coder Point

© Copyright 2021 . Design & Deployment by : Coder Point