*शांति नाथ आरती*
विश्व शान्ति करतारी की, उतारो आरती ।
शिव सुख कारी की,
भव दुख हारी की,
अहिंसा के पुजारी की, उतारो आरती ।
बरसा रतनन की ।
सोलह सुपनन की ।
पुण्य सातिशय धारी की, उतारो आरती ।
विश्व शान्ति करतारी की, उतारो आरती ।
ऐरा-नन्दन की ।
मेर गिर न्हवन की ।
हस्तिनापुर अवतारी की, उतारो आरती ।
विश्व शान्ति करतारी की, उतारो आरती ।
चक्र विमुञ्चन की ।
वन कच लुञ्चन की ।।
‘जित-चितवन’ अविकारी की, उतारो आरती ।
विश्व शान्ति करतारी की, उतारो आरती ।
सार्थक ‘सु-मरण’ की ।
सार्थ सम शरण की ।
गुण अनन्त भंडारी की, उतारो आरती ।
विश्व शान्ति करतारी की, उतारो आरती ।
समय-इक गमन की ।
निरा-कुल सदन की ।
आवागमन विड़ारी की, उतारो आरती ।
विश्व शान्ति करतारी की, उतारो आरती ।
शिव सुख कारी की,
भव दुख हारी की,
अहिंसा के पुजारी की, उतारो आरती ।
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