परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 810 चन्द्रमा चकोरा जैसे, मकरन्द भौंरा जैसे, तुम्हें चाहता,अय ! मेरे मन के देवताये मेरा मन मयूरा वैसे, तुम्हें चाहता,अय ! मेरे मन के देवता ।।स्थापना।। न यूँ ही आता […]
आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 810 चन्द्रमा चकोरा जैसे, मकरन्द भौंरा जैसे, तुम्हें चाहता,अय ! मेरे मन के देवताये मेरा मन मयूरा वैसे, तुम्हें चाहता,अय ! मेरे मन के देवता ।।स्थापना।। न यूँ ही आता […]
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 809 अन्छुये नजारे छुओ, तुम चाँद-सितारे छुओ, बस यही, दिली-ख्वाहिश मेरी, तुम साल-हजार जिओअजि ओ ! गुरु जी अहो ! अन्छुये नजारे छुओ, तुम चाँद-सितारे छुओ, बस यही, दिली-ख्वाहिश मेरी, […]
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 808 मेरे कोटि प्रणामआपके चरणों मेंसुबह और शामभगवन् मेरे ! मेरे कोटि प्रणामआपके चरणों में,बड़ी मेहरवानीबदली मेरी जिन्दगानीआ आपके चरणों में भगवन् मेरे ! मेरे कोटि प्रणाम ।।स्थापना।। क्यूँ न […]
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 807 बड़े तपस्वी,इक तेजस्वी,नन्दन माँ श्री-मन्त, इक ओजस्वी,निरे मनस्वी, विद्या सागर सन्त, नन्दन माँ श्री-मन्त, बड़े तपस्वी,इक तेजस्वी, नन्दन माँ श्री-मन्त,वन्दन कोटि अनन्त ।।स्थापना।। अरहत् भावी, सरल स्वभावी, भेंटूँ जल […]
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 806 गुरु पूर्ण माँ, नमो-नमः नमो-नमःअवतार क्षमागुरु पूर्ण माँ, नमो-नमः नमो-नमः ।।स्थापना।। सागर क्षीर,भेंटूँ नीर, हेत मनस् नव-जात समां, नमो-नमः नमो-नमःअवतार क्षमागुरु पूर्ण माँ, नमो-नमः नमो-नमः ।।जलं।। विनय समेत, मलयज […]
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 805 भावी, वर्तमान तुहीं अतीत मेरा ।शुरु तुम्हीं से, तुम्हीं से खत्म हर गीत मेरा ।।रखना यूँ ही मुझे, अपने आस-पास । कहीं जाके फिर न आने वाला, अखीर श्वास, […]
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 804 मुझे देख उलझन में, गुरु जी आ गये छिन में, छू न पाये भू, मेरे आँसू जय-जय, जयतु-जय श्री गुरु, जय-जय, जयतु-जय श्री गुरु ।।स्थापना।। क्षीर सागर । नीर […]
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 803 हमारे सर पे रख दो हाथ, एक फरियाद न और मुराद, तुम मुझे रख लो अपने साथहमारे सर पे रख दो हाथ, एक फरियाद न और मुराद ।।स्थापना।। नीर […]
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 802 शरण तेरी आये, त्राहि-माम्, अय ! मेरे राम, दुख दिल दुखाये, शरण तेरी आये, त्राहि-माम्, अय ! मेरे राम, दुख दिल दुखाये ।।स्थापना।। लाये नीर, घनेरी पीर, त्राहि-माम्, अय […]
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 801 गया पतझड़, आया सावन भर चला खुशिंयों से दामन चाँद पूनम शरद मेरा आज आया उतर आँगन ।।स्थापना।। क्यूँ न मैं, भेंटूँ मण कलशे, लबालब क्षीर सिन्ध जल से, […]
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