नमि-नाथ आरती नमि-नाथ भगवान् । मेरे नमि-नाथ भगवान् ।। उतारूँ आरतिया । निहारूँ मूरतिया ।। करुणा दया निधान, मेरे नमि-नाथ भगवान् । विजय-राज नृप राज दुलारे । मात वर्मिला नयन सितारे ।। च्युत अपराज विमान । जनमें मिथिला आन ।। […]
नमि-नाथ आरती नमि-नाथ भगवान् । मेरे नमि-नाथ भगवान् ।। उतारूँ आरतिया । निहारूँ मूरतिया ।। करुणा दया निधान, मेरे नमि-नाथ भगवान् । विजय-राज नृप राज दुलारे । मात वर्मिला नयन सितारे ।। च्युत अपराज विमान । जनमें मिथिला आन ।। […]
मुनि-सुव्रत नाथ आरती आरतिया, आरतिया… मुनि-सुव्रत भगवान की । करुणा-दया निधान की ।। आरतिया, आरतिया… सुत सुमित्र जग-पाल की । माँ सोमा के लाल की ।। प्रथम गर्भ कल्यान की । मुनि-सुव्रत भगवान की ।। राजगृही अवतार की । हरि […]
मल्ल-नाथ आरती मैं उताऊँ आरतिया । मल्ल-शल्ल त्रय संहारक की ।। द्वितिय बालयति जिन नायक की ।। मैं निहारूँ मूरतिया । लगा के टकटकी । छव न ऐसी और दिखी ।। देखी सारी दुनिया । मैं उताऊँ आरतिया । साथ […]
अरह-नाथ आरती भगवन्-अरह, भगवन्-अरह, भगवन्-अरह मेरे । तेरी उताऊँ आरती मैं, साँझ अर सबेरे ।। सुन तुम्हें आना गरभ में, झिर लगा बरसे रतन । मित्र-सेना नाम माता, देखतीं सोलह सुपन ।। सेव लो स्वीकार माँ, देविंयाँ खड़ीं घेरे । […]
कुन्थ नाथ आरती आओ मिलके आरती करें । बाबा कुन्थ पल में विघ्न हरें ।। माँ श्री देवी गर्भ पधारे । सूर-सेन-नृप राज दुलारे ।। सुदि वैशाख प्रतिपदा न्यारी । नगर हस्तिनापुर अवतारी ।। श्रद्धा-सुमन चरणों में धरें । बाबा […]
*शांति नाथ आरती* विश्व शान्ति करतारी की, उतारो आरती । शिव सुख कारी की, भव दुख हारी की, अहिंसा के पुजारी की, उतारो आरती । बरसा रतनन की । सोलह सुपनन की । पुण्य सातिशय धारी की, उतारो आरती । […]
धर्म नाथ आरती धर्म नाथ-जय, धर्मनाथ-जय, धर्म नाथ जय, धर्मनाथ आरती उतारुँ मैं, ढ़ोलक मजीरे साथ लिये घृत दीपक हाथ, आरती उतारूँ मैं, ढ़ोलक मजीरे साथ माँ सुप्रभा दृग् सितार । नृप भानु-राजा दुलार ।। श्रृंगार कुरु वंश माथ । […]
अनन्त नाथ आरती नन्त भगवन्त आरती । जन्म मानव सँवारती । पार भव-जल उतारती ।। सन्त-निर्ग्रन्थ आरती ।। आओ उतारे आरतिया । पहली गरभ की । बरसा रतन की । सोला सुपन की ।। नन्त भगवन् की । आओ निहारे […]
विमल नाथ आरती लाओ दीपों को थरिया उतारो मिल के आरतिया भगवन् विमल शिव सारथिया नयन सजल भगवन् विमल लाओ दीपों को थरिया उतारो मिल के आरतिया भगवन् विमल शिव सारथिया पहली आरतिया गर्भ अनोखी । माँ सपने अपने, झिर […]
वासु-पूज्य आरती वासुपूज देव देव करे सेव आरती उतारें हम भी सदैव सोने की थाल दीप घी प्रजाल आरती उतारें हम भी सदैव आरतिया पहली गर्भ अनोखी बरसा रत्नों की ‘रे बरसा रत्नों की स्वर्ग से उतर के करते हैं […]
© Copyright 2021 . Design & Deployment by : Coder Point
© Copyright 2021 . Design & Deployment by : Coder Point