*नव देवता* ‘अरिहन्त’ अरि यानि ‘कि शत्रु, सो दुश्मन कोई व्यक्ति विशेष नहीं है अवगुण हैं राग-द्वेष-मोह काम, क्रोध आदि इन पर विजय प्राप्त कर ली है जिन्होंने इन्हें हन्त यानि ‘कि मार भगाया है वे अरिहन्त है इन्हीं का […]
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