==आरती== आओ करे आरती आओ ।थाल सजाओ, दीप जगाओ ।।आओ करे आरती आओ ।। नरक भयभीत चले वन को ।छोड़ घर-बार कुटुम धन को...
==आरती== ले के ज्योती हाथों में ।ले के मोती हाथों में ।।मिल के आरतिया कीजे ।धन भव मानव कर लीजे ।। नरक पतन भयभीत...
==आरती== दैगम्बर निर्ग्रन्थ की आओ कीजो आ-रति विद्यासागर सन्त कीदैगम्बर निर्ग्रन्थ की ग्राम सदलगा जनमे...
==आरती== दोहा=आओ करते आरती,ले दीपों की थाल ।स्वर्ग मोक्ष रथ सारथी,गुरुवर दीन दयाल ।।१।। तरुतल ठाड़े आन...
==आरती== गुरुदेव की उतारते आ आरती,गुरुदेव कीगुरुदेव ही, रथ भुक्ति-मुक्ति सारथी,गुरुदेव हीगुरुदेव की उतारते...
==आरती== गुरु वरद पुत्र मां शारद ।कीजे आ-रति निःस्वारथ ।। चलते रस्ते से लग के ।पड़ते प्रपंच ना जग के ।।भज...
==आरती== ले माल दीपिका हाथों में ।गुरु की आरती उतारो आओ ।ले धार मोतिका आखों में ।।ले माल दीपिका हाथों में...
==आरती== मोति सीप आखों में ।ले लो दीप हाथों में ।।उतारो आरती आओ,आओ गुरु के गुण गाओ ।। मां श्री मन्ती हाथ पूर्ण,...
==आरती== धन भव मानव कर लीजे ।श्री गुरु की आ-रति कीजे ।। पाप कषाय भाव जीते ।अबर आडम्बर रीते ।।परहित नैन रखें...
==आरती== हाथ घृत दीपक लिये सदैव ।कीजिये आरतिया गुरुदेव ।। कब दुठ से भी बोले तीखे ।श्री गुरु ने राग द्वेष जीते...
==आरती== धन-धन ! भव मानव कर लीजे ।गुरु चरणों की आरति कीजे ।। तन वस्त्राभरण नगन चाले ।डर नरक पतन जोवन चाले...
==आरती== आरतिया कीजे ।थाल दिया लीजे ।।आरतिया पहली, सम्यक् दर्शन की ।शिव सीढ़ी पहली, सम्यक् दर्शन ही ।।हेत...
