सवाल आचार्य भगवन् ! सुनते हैं, राजा रात में सोता नहीं है राजधानी में गस्त देता है तो भगवन् ! क्या मोक्ष मार्ग...
सवाल आचार्य भगवन् ! माँ श्री मन्ति बतातीं थीं ‘कि पीलु, गिनी, तोता, मरि, ने कभी नवजात अवस्था से ही, दूध पानी...
सवाल आचार्य भगवन् ! ऐसी गले को सुखाने वाली गर्मी में भी आपके कमरे में, न सही AC पर एक फेन तो जायज है भगवन् !...
सवाल आचार्य भगवन् ! इतनी कठिन चर्या, तलवार का धार पर चलने जैसी और आप बड़ी ही सहजता से, निर्दोष रीति से पाल रहे...
सवाल आचार्य भगवन् ! गुस्सा कभी आपके नाक की सवारी कर पाया होगा मुझे तो नहीं लगता, क्यों क्योंकि आपकी पलकें,...
सवाल आचार्य भगवन् ! ओंकार धुनि को अनक्षरी कहा है लेकिन ‘ओं’ भी हो अक्षर है और ये नाद रूप में वाणी खिरने के...
सवाल आचार्य भगवन् ! सुनते हैं आपने कभी अपने मुँह से कफ नहीं थूका भगवन् ! ये तो मल है इसे निष्ठापित करने के लिए,...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन-69 पीर पराई, कर चाली दृग् नम । जय विद्या-सागरम् । तीर्थ...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रमांक 68 पाप नाग क्षय । हाँप भाग भय ।। मनु मोरनी आवाज,...
==आरती== आरती उतारो ले दीप, आओ मिल के ।छोटे-बाबा में, गुरु कुन्द-कुन्द झलके ।। मनोकामना पूर्ण ! हरतार दुखड़ा...
ग्रह अरिष्ट निवारक आरती आरती तीर्थंकर चौबीस । उतारें ग्रह-अरिष्ट निशिदीस ।। मान के भुवन-भुवन इक ईश ।...
भक्तामर आरती अमंगल हर । इक मंगल कर ।। आ उतारें आरति भक्तामर ।। आदि तीर्थकर यशोगान है । भक्तामर अपने समान है...
