शीतलनाथलघु चालीसा=दोहा=सार्थ नाम ‘रिश्ता’ रखे,ऐसी ही कब बात । एक बार प्रभु हाथ मेंदेखो देकर हाथ ।। दया...
श्रेयोनाथलघु चालीसा=दोहा=श्रेयस् कलि कल्यान के, आप एक आधार । तभी एक सुर जग करे, जिन श्रेयस् जयकार ।। तुम...
वासु पूज्यलघु चालीसा=दोहा=आ सुमरण से जुड़ चलें,भले घड़ी एकाध ।सुना, डूबते के लिये,काफी तिनका साथ ।। दिल दया से...
विमलनाथलघु चालीसा=दोहा=लगे हाथ यूँ ही कहाँ, सुमरण सु’मरण हेत । पलक सही, पै थामते, आ प्रभु सुमरण केत ।।...
अनन्तनाथलघु चालीसा‘दोहा’श्री-फल हाथों का लिया,कर लाखों का काम ।पर दुख कातर ! हे प्रभो,जिनवर नन्त प्रणाम...
धर्मनाथ लघु चालीसा =दोहा=भक्तों का ताँता कहे, साचाँ तेरा द्वार । बिठा मुझे भी लो प्रभो,भक्त-अनन्य कतार ।।...
शांतिनाथलघु चालीसा‘दोहा’कोई रखता ध्यान है,भक्तों का तो आप ।जग यूॅं ही थोड़े जपे,‘जयतु शान्ति-जिन’...
कुन्थनाथलघु चालीसा‘दोहा’‘जयतु-कुन्थ-जिन’ जाप की,महिमा अपरम्पार ।शचि, शचि-पति छू कर जिसे,भव...
अरहनाथ लघु-चालीसा=दोहा=जीवन अपना आपने, पर हित किया निछार ।भक्तों का ताँता तभी,ऐसा और न द्वार ।। तुम भक्तों...
मल्लनाथ लघु-चालीसा =दोहा=जग दोई कोई नहीं,मेरा सिवा तुम्हार ।लाज हमारी राखिजो,हो करुणा अवतार ।। सिर्फ तेरा...
मुनि-सुव्रतलघु-चालीसा‘दोहा’यूँ ही कहे न जा रहे,करुणा दया निधान ।हँसें ‘और-हित’ रोवते,मुनिसुव्रत भगवान्...
नमिनाथलघु चालीसा =दोहा=इक सहाय कलि-काल में, भगवन् अरहन नाम ।करें नाम भगवान् के, आओ सुबहो-शाम ।। कुछ साधो ऐसा...