परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 25 गुरुकुल बना संघ अपना । पूर दिया गुरु का...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 24 पूरण अरमाँ हैं । गुरु पूरण माँ हैं ।। और...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 23 सन्त शिरोमण एक तुम्हीं हो । संकट मोचन एक...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 22 बेटा माँ का कैसा हो । विद्या-सागर जैसा हो |।...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 21 सदलगा सन्त । नन्द श्री-मन्त ।। सुत ज्ञान...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 20 बोलो मिल के सभी…जय विद्यासागर गुण रत्नाकर...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 19 मरणा-वीची क्षण । शरण जिन्हें सुमरण ।।...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक – 18 जिनके आगे प्रखर प्रतापी, सहस्र-रश्मि फीका...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक – 17 यही एक भावन संध्याएं,तव चरणन बीतें मेरीं...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 16 तुम भीतर आओ । तुम ‘भी’ तर आओ ।। है जिनका...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 15 मंजिल जो तुम्हारी । मंजिल वो हमारी ।। लो...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 14 कहता भक्तों का ताँता है । पत रखना तुमको आता...