परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 37 तर्ज- —– अगर तुम मिल जाओ, जमाना छोड़...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 36 जिन्हें मूल-गुण ऐसे प्यारे, जैसे मछली को...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 35 चिन्ह अनंग बना ध्वज थारे । बाल ब्रह्म...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक – 34 चाँद में दाग है ।भान में आग है ।।छोटे बाबा...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 33 कलि भव जलधि जहाज । सन्तों के सरताज ।।...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 32 मैं बड़भागी । मेरी लगन लागी ।। गुरु चरण से,...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 31 सदलगा से है नाता । दया बरसाना आता ।। पिता...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 30 वन्दन-अभिनन्दन । माँ श्री-मन्ती नन्दन ।।...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 29 माँ श्री मन्त आँख का तारा । जय जय कारा जय जय...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 28 मेरे मन के देवता । जरा इतना दे बता ॥ तेरा...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक – 27 चप्पे-चप्पे गूँजे ।विद्या-सागर दूजे...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 26 महक रहा जीवन चन्दन जैसा । चमक रहा ‘री तन...