परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रमांक 64 पारस पत्थर तो, है पड़ता छुबोना ।तब कहीं जा कर,...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रमांक 63 शरद पून शश गौर । सन्तन इक सिर-मौर ।। कब अनसुनी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रमांक 62 न देखूँ तुझे, तो क्या करूँ, तू सुन्दर जो इतना...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रमांक 61 तुम जो मिल गये, हमसफर मुझको । अब जमाने की, न...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रमांक 60 होता जा रहा, जितना तेरा मैं । खोता जा रहा,...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रमांक 59 जुग-जुग शरण । आप जुग-चरण ।। मिलती रहे हमें ।...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रमांक 58 था मैं अजनबी भले ।। माँगने से ही पहले, दिया...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रमांक 57 संरक्षक गोधन । तर करुणा लोचन ।। सुत...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रमांक 56 है फरियाद से, न मतलब तुझे । याद करना पड़े, न...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रमांक – 55 ओ’ री सारी दुनिया छोड़ । जोड़ी मैनें गुरु...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रमांक – 54 शुभ दिन शरद पूर्णिमा । जनमे वर्तमाँ...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रमांक – 53 नैन करुणा भरे । वैन मिसरी घुरे ।। कह रहे...