परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन `क्रंमाक – 157 रग रग ऐसे बसी निराकुलता ।नमक नीर में जैसे...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक – 156 सत् शिव सुन्दर ।ज्ञान समुन्दर ।।सद् गुण...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक – 155 आचार्य । थुति, आर्य ! हित कार्य । अनिवार्य...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 154 विद्या, सद्या,पाने ‘गाने’ ।। स्थापना...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक – 153 शुरु,गुरु-बिना ।दिन न ।। स्थापना ।। नीर...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक – 152 नुति,यति ।हित,मति ।। स्थापना ।। सित-पल ।हित...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 151 वर्तमान ।वर्धमान ।।गुनि भव्या ।मुनि...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक – 150 भावी वधु शिव-पुर साथिया ।पा जिन्हें, नहीं...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक – 149 जिनका पा समवशरण ।करता दुख दर्द गमन ।।श्री...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 148 माँ पिता हमारे ।देवता हमारे ।। छोटे बाबा...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 147 कहाँ निराकुल इन जैसा ।आकुलता-कारण पैसा...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 146 श्री गुरु चरण ।तारण तरन ।। इसलिये, आये...
