परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 181 निराकुल तुम्हीं ।यमी संयमी ।। सिन्धु ज्ञान...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 180 निराकुलता से नेह इन्हें ।निराकुल रहना गेह...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 179 न निराकुल इनसा ।दरिया दिल इंसाँ ।। मसीहा...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 178 निराकुल है रोम रोम ।रहें जपते ओम-ओम ।।सिन्धु...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 177 दो बिगड़ी बना ।ओ महामना ।।बस इक सपना ।गुरु,लो...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 176 फब रहे हैं गीत पल के ।कब रहे हैं मीत कल के...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 175 खूब समय का जानें जो उपयोग ।जिन्हें रोग से...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 174 रखते जो नित योगों की सँभाल । काटा करें न बैठे...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 173 हैं पाबन्द समय के बचपन से ।जिन्हें ‘निराकुल...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 172 गुरुवर तेरे दीवाने ।आये हैं तुम्हें मनाने...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 171 उलझन घेरे ।घोर अँधेरे ।।भगवन् मेरे ।शरणन...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 170 मैं बड़भागी ।मेरी लगन लागी ।।गुरु चरण से ।तन...
