परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 174 रखते जो नित योगों की सँभाल । काटा करें न बैठे...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 173 हैं पाबन्द समय के बचपन से ।जिन्हें ‘निराकुल...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 172 गुरुवर तेरे दीवाने ।आये हैं तुम्हें मनाने...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 171 उलझन घेरे ।घोर अँधेरे ।।भगवन् मेरे ।शरणन...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 170 मैं बड़भागी ।मेरी लगन लागी ।।गुरु चरण से ।तन...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 169 जय हो जय हो ।विद्या सिन्धु अहो ।।आ मेरे हृदय...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 168 तुम्हीं सँजोये सपने हो ।तुम्हीं हमारे अपने...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 167 भिजाने वाले शिव ग्राम ।बनाने वाले सब काम...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 166 इक साँचा गुरु का द्वारा ।संसार प्रपञ्च...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 165 तारण तरण ।मिरे भगवन् ।।आया चरण ।पाने शरण ।।...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 164 लिये बिन तेरा नाम ।न रीते कोई शाम ।।ओ...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक – 163 बिन कारण जो कर रहे,अजनबियन से प्यार ।।...