परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 235 जी विधाता । दीन त्राता ।। इक शरण ओ । रख चरण...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 233 है भूल भुलैय्या । अयि ! मेरे खिवैय्या ।। दो...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 232 हैं आकुल-व्याकुल हम । हो शान्त निराकुल तुम...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 231 मैं आकुल-व्याकुल । हैं आप निराकुल ।। कर...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 230 थाम पतवार लो । लगा उस पार दो ।। गुरु खिवैय्या...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 229 मन्नत पूरी करने वाले ।जन्नत दूरी हरने वाले...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 228 मेरी सुन लो ।मुझको चुन लो ।।दास अपना ।न और...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 227 चलें निराकुल पंथ । भक्तों के भगवन्त ।। गुरु...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 226 गो शाला से प्यार तुम्हें ।गो माता ना भार...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 225 जहाँ, निराकुल और नहीं ।यहाँ न गुरुकुल और...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 224 जिन्हें निरखने दृग् तरसें सब की । चलती...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 223 जिन्हें लुभाती रहे निराकुलता ।जिनके दर्शन...