परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 361 =हाईकू=उनका दास हूँ,झिरें और हित जिनके आँसू...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 360 =हाईकू=आशु जिनके आँसु आ जाते,गुरु उनमें आते...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 359 =हाईकू=तरु को किया सफल,दृग् अभी भी मेरे सजल...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 358 हाईकूपलक तुम झलक क्या पाते,दृग् छलक आते...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 357 =हाईकू= करता प्रेम आपसे, मैं दीवाना मीरा के...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 356 =हाईकू=जो पड़ जाते पीछे,‘गुरु’उनको ले चालें...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 355 =हाईकू=जो आँचल न छोड़ें,‘गुरु’,उनका दिल न...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 354 =हाईकू = आये न तुम,खड़े रहे सँजो के ‘अर-माँ’ हम...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 353 ==हाईकू== हुआ अरसा पड़गाये तुम्हें, न भुलाओ...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 352 ==हाईकू==मेरा भी मन,सँजो लाया मीरा सा दीवानापन...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 351 ==हाईकू==उनकी चाँदी सोना,आंगन म्हारा अभी भी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 350 =हाईकू=उनके भाग जागे,होओ आ खड़े म्हारे भी आगे...
