परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 342 हाईकू थारे बिना ‘जि गुरु जीतन्हा तन्हा, मन...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 341 हाईकू उनमें से श्री गुरु,जिनके कामों से आती...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 340 हाईकू मेरे भगवन्दर्शन आ दोनैना सावन भादों...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 339 हाईकू पड़गाहन ‘आप’ आँगन चाहता,क्या ‘दे-बता’...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 338 =हाईकू= विलाशक,है ‘लक’,विला म्हारे,जो आप...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 337 ==हाईकू== दिखा, तुझसे फीका,‘देखा चाँद’न तुझ...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 336 ==हाईकू==जा ‘घर-घर सहाई,चन्द्र-भान से गुरुराई...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 335 ==हाईकू==दे मुस्कान दोसमान सम्मान औ’ अपमान ओ !...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 334 ==हाईकू==‘माँए’ बलाएँ,ले जायें चल के,आ के...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 333 ==हाईकू==तेरी पारखी नजर, छू दे बना हीरा,...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 332 ==हाईकू==न चरण ही,‘छू आते भव्य’गुरु आचरण भी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 331 ==हाईकू==थाम अंगुली,देते थमा गुरु जीठाँव अगली...