परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 445 हाईकू पीपल हर जगह, ‘लागे’ ‘गुरु जी’...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 444 हाईकू पल तुम्हें न पातीं हैं, तो आँखें ये भर...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 443 हाईकू ‘करुणा कर’, एक बार, लो मेरी सुन...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 442 हाईकू देवी देवता से, गुरु होते बढ़ के...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 441 हाईकू दयावतार निरे,आ जाओ कभी तो द्वार मिरे...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 440 हाईकू खोजती फिरें‘नजरें’जो किसी कोतो हो...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 439 =हाईकू= दृग् म्हारी अभी भी नम,चाँद दूज ! पाया...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 438 हाईकू मुख में दाना, ‘ला-ला’कोकिल काकी आहा...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 437 हाईकू माँ बन,गुरु देते सुलझा,बच्चों की उलझन...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 436 =हाईकू=टूटा रिश्ता भी रखे संभाल, गुरु...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 434 हाईकू छोटा हो, कोई या बड़ा,‘गुरु-द्वार’...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 435 हाईकू है इक-पल न चैन मुझे, देखे वगैर तुझे...
