परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 493 =हाईकू=न भँवर ही, ‘खींचें अपनी ओर’गुरुवर...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 492 हाईकूमुझे दिखाई देता वहाँ, तू ही तू मैं जहाँ...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 491 “हाईकू”मुस्कुरा जाना मेरे वीर का,और...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 490 -हाईकू-है बड़ी जान, बात इसमें ‘कि हैं गुरु...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 489 =हाईकू=पाती आपको,गुरु-देव ‘जी’ स्लेट जाती...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 488 =हाईकू=विशुद्धि जाती बढ़ती ही...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 487 “हाईकू”तुम भी आना‘घर’ चाँद-सूरज आते...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 486 हाईकू न उतरने पाता ‘रंग-श्री-गुरु’ जो चढ़...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 485 =हाईकू=सुन लो ‘ना’,दो कर पावन घर-‘आ’...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 484 =हाईकू=कछु…आ-सान तो,गुरु मुस्कान वो,‘जा-ना’...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रमांक 483 =हाईकू=ओ ! ‘जि ओ ! सुन लो,‘अपने-भक्तों में’...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 482 =हाईकू= स्वप्न में, ‘जाते’ गुरु जिनके...
