परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 505 हाईकू अरिहन्त की निधि, देती है दिला, सन्त...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 504 हाईकू शरणा आये,‘सुन आपको पीड़ा’हरना आये...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 503 हाईकू हजार हाथ, उनके ‘होते साथ’ गुरु...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 502 हाईकू है कोई, जहां दोई, बेनजीर,तो गुरु तस्वीर...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 501 हाईकू बदमाशियाँ छू कर दें,गुरु जी जादू कर...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 500 =हाईकू=रुलाती तेरी यादयाद मेरी क्या तुझे भी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 499 =हाईकू=जहां-दोई, न मेरा कोई, ए ! बाबा,‘तेरे...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 498 =हाईकू=मेरी कुटिया अपना, दीजे उसे सुखिया बना...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 497 “हाईक” हो, देखते ही, ‘जहां-दो’ फिदा,...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 496 हाईकूजोड़ना मुझे, ‘तुझसे’ पक्का रिश्ता...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 495 =हाईकू=भले चन्दन मैं नहीं, संजो-भक्ति लाया पे...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 494 =हाईकू=‘दिया’ न किसे स्नेह ‘दे बता’...
