परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 517 =हाईकू = ढाई आखर ओ, हम पे नजर रखने लगो...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 516 हाईकू ‘दिये’ उत्तर, नुत्तर तेरे, मेरे...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 515 =हाईकू = चित् चोर होते, श्री गुरु ‘अपने-से’...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 514 =हाईकू= रहे न छुये बिना जादू, जादुई संगति...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 513 हाईकू ले सीढ़ी खड़ी माँएँ, जा बच्चे ‘कि छू...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 512 हाईकू आ पतझड़ जीवन में सन्त, ला देते बसन्त...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 510 हाईकू अर्जुन भले न हम,एकलव्य से भी न कम...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 511 हाईकू चुराई जाती, हँसी होंठो पे ‘ऋषि’ न...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 509 “हाईकू”हँसना, ‘हँसें-बच्चे...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 508 हाईकू‘और-छोड़ के’ बुलाते, आ जाते, श्री...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 507 =हाईकू= राहत जख्म बच्चों के पा-ही जाएँ, जो...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 506 हाईकू तुझपे आया है, ‘मन’ जा गहरे तू समाया...
