परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 474 हाईकू रूठना तुम्हें, ‘आता अच्छी तरह’...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 473 हाईकू जन्मती तेरे लिये ‘वीचि-बीच ही’...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 472 =हाईकू=रोने से पूर्व-ऽपूर्व थमाते,गुरु...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 471 =हाईकू=लेने वाला ले लेता,‘लिफ्ट’ दें कब...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 470 -हाईकू- दे ‘हर-बच्चे-चेहरे’ दें मुस्कान,...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 469 हाईकूकरते तप तरु, करने-कर-सेवा श्री गुरु...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 468 =हाईकू=गुरु,तंग न कर सके तपन,चाले पवन...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 467 =हाईकू= था चाहता, हूँ चाहता, मैं चाहूँगा भी,...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 466 =हाईकू= करने जन्म-चन्दन गुरु पाद-पद्म-वन्दन...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 465 “हाईकू”मेरा-अमर नाम, किया गुरु जी का हर...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 464 =हाईकू= गुरूर, अंतस्थ ‘र’ हटा, ‘कि गुरु-पन...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 463 =हाईकू= जितने बौर-आम, तुम्हें उतने बार प्रणाम...