परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 541 =हाईकू=झरते आँखों से बोल,रिश्ता गुरु शिष्य...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 540 =हाईकू= पा गया मैं, दो दुनिया की दौलत, पा द्वार...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 539 =हाईकू= मैं पतंग, श्री गुरु हो तुम डोर, न देना...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 538 -हाईकू-हैं मतलबी सभी तो,एक छोड़ के गुरु जी को...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 537 -हाईकू- जोड़ें, तो फिर दें टूटने न रिश्ते,...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 536 =हाईकू=वर्षा दया की,करते गुरु जी न रखते बाकी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 535 =हाईकू=तेरी कृपा से,पड़ने लगे मेरे सीधे-से...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 534 हाईकू सहज बच्चों की जाते मान, गुरु और भगवान्...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 533 -हाईकू- न सिर्फ शास्त्र वाँचे ज्ञानी हैं, आप...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 532 =हाईकू=जहां दोई, आ बना,‘अपना’गुरु का जादू...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 531 =हाईकू=ए ! मेरे राम,डूबी पनडुबी, लो कृपया थाम...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 530=हाईकू=आशीर्वाद, श्री गुरु !‘हाथ...
