परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 498 =हाईकू=मेरी कुटिया अपना, दीजे उसे सुखिया बना...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 497 “हाईक” हो, देखते ही, ‘जहां-दो’ फिदा,...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 496 हाईकूजोड़ना मुझे, ‘तुझसे’ पक्का रिश्ता...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 495 =हाईकू=भले चन्दन मैं नहीं, संजो-भक्ति लाया पे...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 494 =हाईकू=‘दिया’ न किसे स्नेह ‘दे बता’...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 493 =हाईकू=न भँवर ही, ‘खींचें अपनी ओर’गुरुवर...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 492 हाईकूमुझे दिखाई देता वहाँ, तू ही तू मैं जहाँ...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 491 “हाईकू”मुस्कुरा जाना मेरे वीर का,और...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 490 -हाईकू-है बड़ी जान, बात इसमें ‘कि हैं गुरु...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 489 =हाईकू=पाती आपको,गुरु-देव ‘जी’ स्लेट जाती...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 488 =हाईकू=विशुद्धि जाती बढ़ती ही...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 487 “हाईकू”तुम भी आना‘घर’ चाँद-सूरज आते...