परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 522 =हाईकू=अँगुली सभी, उसकी घी में, आप जा घर...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 521 =हाईकू=गुरु दिल में रहना,चाहता न कौन कह…ना...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 520 हाईकू बिन स्वस्ति-ए-श्री गुरु, ‘कामयाबी’...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 519 =हाईकू = पड़ें ‘जिस पे’ तेरी नजरें, उसे...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 518 =हाईकू= थी ही जै गुरु जी बोली, ‘चार चाँद’...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 517 =हाईकू = ढाई आखर ओ, हम पे नजर रखने लगो...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 516 हाईकू ‘दिये’ उत्तर, नुत्तर तेरे, मेरे...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 515 =हाईकू = चित् चोर होते, श्री गुरु ‘अपने-से’...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 514 =हाईकू= रहे न छुये बिना जादू, जादुई संगति...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 513 हाईकू ले सीढ़ी खड़ी माँएँ, जा बच्चे ‘कि छू...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 512 हाईकू आ पतझड़ जीवन में सन्त, ला देते बसन्त...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 510 हाईकू अर्जुन भले न हम,एकलव्य से भी न कम...