परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 577 =हाईकू=आप जो द्वार पधारे, अहो-भाग, सौ-भाग...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 576 =हाईकू=हहा ! सताये दरद, सुन आये आप-विरद...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 573 =हाईकू=मुस्कुरा, गुरु जी दिये बिना वक्त, लें...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 575 =हाईकू= नजर उठा के, ‘चित् चुरा लें’ गुरु जी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 574 -हाईकू-ऊँचे लोगों में देते बिठा, ‘गुरु...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 572 हाईकू निगाहें देख ले बस तुम्हें,मिले जन्नत...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 571 =हाईकू= जिन्दगी पूरी, बच्चों के लिये माँएँ...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 570 =हाईकू =आनन्द होता अनन्त,करते ही वन्दना सन्त...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 569 =हाईकू=गुरु-आशीष त्यों,जरूरी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 568 =हाईकू=तरु सरीखा,दानी जीवन किसी का,तो ऋषि का...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 567 =हाईकू=शरद चाँद पूनो, नुति, हित आनंद दूनो...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 566 =हाईकू=सन्तों का रूप धरकर,जमीं औ’तरे ईश्वर...
