परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचितपूजन क्रंमाक 546 =हाईकू=है कोई,दोई जगत्,जगत खेवा,तो गुरुदेवा...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 545 “हाईकू” पाये छू रज, ‘पावन’ गुरु रोज...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 544 =हाईकू=तरु जी रहे,‘और-को’,‘और को’ जी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 543 “हाईकू” सभी कलाएँ, खेल-खेल में, देती...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 542 हाईकूतुम्हें देखते ही,‘दुःख-दर्द’ मुड़...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 541 =हाईकू=झरते आँखों से बोल,रिश्ता गुरु शिष्य...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 540 =हाईकू= पा गया मैं, दो दुनिया की दौलत, पा द्वार...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 539 =हाईकू= मैं पतंग, श्री गुरु हो तुम डोर, न देना...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 538 -हाईकू-हैं मतलबी सभी तो,एक छोड़ के गुरु जी को...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 537 -हाईकू- जोड़ें, तो फिर दें टूटने न रिश्ते,...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 536 =हाईकू=वर्षा दया की,करते गुरु जी न रखते बाकी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 535 =हाईकू=तेरी कृपा से,पड़ने लगे मेरे सीधे-से...