परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 625 हाईकू मीरा दी तीरा लगा, नहीं पराया मैं भी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 624 =हाईकू= शबरी सब पाई, आया-द्वारे मैं भी ऋषिराई...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 623 हाईकूपानी कहां,दृग् हो सके जो भिंगोना,आ भी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 622 हाईकू गलें शिकवे गिले, आप दर्शन से सुकूँ...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 621 हाईकूहो किसी ने भी पुकारा, आ… आपने दिया...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 620 हाईकू कभी ऐसा हो, हुआ आहार कहाँ, ‘आप’ पता...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 619 हाईकू इतिहास, आ… गुरु-द्वार, लौटा न कोई निराश...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 618 हाईकू बाँधा न, गुरु जी ने कभी, किसी को भी, दी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 617 हाईकूखूब आता न ‘कि जरा, तुम्हें भार...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 616 =हाईकू= कभी, हो यूँ भी, बर्से आप कृपा रु भींगे...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 615 हाईकू बिन आपके बढ़ने को दीया, ‘जि ओट कीजे आ...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 614 =हाईकू=कीजे निहाल घर, गुरु जी डाल इक नजर...
