परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 637 =हाईकू= करे परेशाँ उलझन, सुलझा दीजे भगवन्...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 636 =हाईकू=ले लो शरण अपनी, ‘के दुनिया अटवी-घनी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 635 =हाईकू=दे गुरु-जी दो पनाह, नहीं एक, अनेक राह...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 634 =हाईकू= अपने रंग में रंगा लो, ‘जि गुरु जी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 633 =हाईकू= न मिली, छानी गली-गली, तुझ सी दरियादिली...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 632 “हाईकू” हो कृपा, मुदे ही नहीं, दृग् खुले...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 631 =हाईकू=सिवा मुस्कान, ए ! मोर बागवानन...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 630 =हाईकू= ‘जि निहारो, ये दुखिया-कुटिया भी, कभी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 629 =हाईकू=ए ! दूजे चाँद पूनम-शरद, आ कीजे मदद...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 628 =हाईकू=आईये रहा बुला,इस कुटिया का द्वार खुला...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 627 =हाईकू= इस ओर भी, देख लिया करो ‘जि गुरु जी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 626 =हाईकू=बना ‘कि संघ पीछी-पंख, दो उड़ा मेरी...
