परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 661 हाईकूकोई जगह, महफूज तो गुरु की गोद वह...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 660 ‘जि त्राहि माम् ये हेरा-फेरी, जाँ लेने पे...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 659 हाईकू त्राहि माम् करे नाक में दम म्हारी, ये...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 658 हाईकू पाँवों के पास वाला कोना, दे अजि दो...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 657 हाईकूसांची,एकार्थ-वाची,श्री गुरु छांव,रु...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 656 हाईकू विद्यासागर, मीठे सागर, लो, आ…भर गागर...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 655 हाईकूहाँ…शिव-गाँव भी है, गुरु-छाँव में, क्या,...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 654 हाईकूछोड़ गुरु जी के पाँव, और कही न शिव-गाँव...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 653 हाईकू प्रश्न बदले जश्न में, मिले गुरु ‘कि...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 652 हाईकूप्राणी,बुझानी प्यास क्या मीठा पानी...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 651 हाईकूहै ही क्या ‘किया-धरा’ मेरा,...
परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित पूजन क्रंमाक 650 =हाईकू= ताँकें कलायें, ‘माँ बगल’ बगलें...
