- परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित
पूजन क्रंमाक 822
तट वैतरण
आशा किरण
गुरुवर चरण
जय जयतु जय
थापूँ हृदय
हित पाप क्षय
जय जयतु जय ।।स्थापना।।
जल क्षीर घट
हित तीर तट
भेंटूँ सविनय
जय जयतु जय
तट वैतरण
आशा किरण
गुरुवर चरण
जय जयतु जय
थापूँ हृदय
हित पाप क्षय
जय जयतु जय ।।जलं।।
चन्दन कलश
हित सम दरश
भेंटूँ सविनय
जय जयतु जय
तट वैतरण
आशा किरण
गुरुवर चरण
जय जयतु जय
थापूँ हृदय
हित पाप क्षय
जय जयतु जय ।।चन्दनं।।
हित बाल मन
धाँ शाल कण
भेंटूँ सविनय
जय जयतु जय
तट वैतरण
आशा किरण
गुरुवर चरण
जय जयतु जय
थापूँ हृदय
हित पाप क्षय
जय जयतु जय ।।अक्षतं।।
हित नन्द अन
गुल नन्द वन
भेंटूँ सविनय
जय जयतु जय
तट वैतरण
आशा किरण
गुरुवर चरण
जय जयतु जय
थापूँ हृदय
हित पाप क्षय
जय जयतु जय ।।पुष्पं।।
चरु चारु घृत
हित झिर अमृत
भेंटूँ सविनय
जय जयतु जय
तट वैतरण
आशा किरण
गुरुवर चरण
जय जयतु जय
थापूँ हृदय
हित पाप क्षय
जय जयतु जय ।।नैवेद्यं।।
ज्योती अबुझ
हित बोध कुछ
भेंटूँ सविनय
जय जयतु जय
तट वैतरण
आशा किरण
गुरुवर चरण
जय जयतु जय
थापूँ हृदय
हित पाप क्षय
जय जयतु जय ।।दीपं।।
घट धूप हट
हित निज निकट
भेंटूँ सविनय
जय जयतु जय
तट वैतरण
आशा किरण
गुरुवर चरण
जय जयतु जय
थापूँ हृदय
हित पाप क्षय
जय जयतु जय ।।धूपं।।
रित ओघ फल
हित मोख फल
भेंटूँ सविनय
जय जयतु जय
तट वैतरण
आशा किरण
गुरुवर चरण
जय जयतु जय
थापूँ हृदय
हित पाप क्षय
जय जयतु जय ।।फलं।।
सब द्रव्य दिव
हित स्वर्ग शिव
भेंटूँ सविनय
जय जयतु जय
तट वैतरण
आशा किरण
गुरुवर चरण
जय जयतु जय
थापूँ हृदय
हित पाप क्षय
जय जयतु जय ।।अर्घ्यं।।
=हाईकू=
वैसे जोड़ें न,
जोड़ें तो गुरु पीछे उसे छोड़ें न
जयमाला
ले लो अपनी शरण में
दे जगह दो चरण में
दुनिया छलावा
तुम्हारे अलावा
न कोई हमारा
न कोई सहारा
दे जगह दो चरण में
ले लो अपनी शरण में
दे जगह दो चरण में
दुनिया दुरंगी
मतलब की संगी
अय ! छोटे बाबा
तुम्हारे अलावा
न कोई हमारा
न कोई सहारा
दे जगह दो चरण में
ले लो अपनी शरण में
दे जगह दो चरण में
मोठी छुरी है
रावन जुड़ी है
दुनिया दुरंगी
मतलब की संगी
अय ! छोटे बाबा
तुम्हारे अलावा
न कोई हमारा
न कोई सहारा
दे जगह दो चरण में
ले लो अपनी शरण में
दे जगह दो चरण में
दे चाले धोखा
मिलते ही मौका
दुनिया दुरंगी
मतलब की संगी
अय ! छोटे बाबा
तुम्हारे अलावा
न कोई हमारा
न कोई सहारा
दे जगह दो चरण में
ले लो अपनी शरण में
दे जगह दो चरण में
दाने दिखाती
फन्दे फँसाती
दुनिया दुरंगी
मतलब की संगी
अय ! छोटे बाबा
तुम्हारे अलावा
न कोई हमारा
न कोई सहारा
दे जगह दो चरण में
ले लो अपनी शरण में
दे जगह दो चरण में
दुनिया छलावा
तुम्हारे अलावा
न कोई हमारा
न कोई सहारा
दे जगह दो चरण में
ले लो अपनी शरण में
दे जगह दो चरण में
।। जयमाला पूर्णार्घं ।।
=हाईकू=
देते छोटे से छोटे भक्त को,
जो,
दे गुरु जी दो,
वो
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