- परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित
पूजन क्रंमाक 1003
बच्चों की बात मानते
गुरु जी मन पढ़ना जानते
गुरु जी खुद के समान हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं ।।स्थापना।।
आओ गुरु चरणन आओ
लाओ जल कंचन लाओ
गुरु प्रतिरूप भगवान् हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं
बच्चों की बात मानते
गुरु जी मन पढ़ना जानते
गुरु जी खुद के समान हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं ।।जलं।।
आओ गुरु चरणन आओ
लाओ घट चन्दन लाओ
गुरु प्रतिरूप भगवान् हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं
बच्चों की बात मानते
गुरु जी मन पढ़ना जानते
गुरु जी खुद के समान हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं ।।चन्दनं।
आओ गुरु चरणन आओ
लाओ अक्षत कण लाओ
गुरु प्रतिरूप भगवान् हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं
बच्चों की बात मानते
गुरु जी मन पढ़ना जानते
गुरु जी खुद के समान हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं ।।अक्षतं।।
आओ गुरु चरणन आओ
लाओ दिव्य सुमन लाओ
गुरु प्रतिरूप भगवान् हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं
बच्चों की बात मानते
गुरु जी मन पढ़ना जानते
गुरु जी खुद के समान हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं ।।पुष्पं।।
आओ गुरु चरणन आओ
लाओ घृत व्यंजन लाओ
गुरु प्रतिरूप भगवान् हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं
बच्चों की बात मानते
गुरु जी मन पढ़ना जानते
गुरु जी खुद के समान हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं ।।नैवेद्यं।।
आओ गुरु चरणन आओ
लाओ दीप रतन लाओ
गुरु प्रतिरूप भगवान् हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं
बच्चों की बात मानते
गुरु जी मन पढ़ना जानते
गुरु जी खुद के समान हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं ।।दीपं।।
आओ गुरु चरणन आओ
लाओ सुगंध अन लाओ
गुरु प्रतिरूप भगवान् हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं
बच्चों की बात मानते
गुरु जी मन पढ़ना जानते
गुरु जी खुद के समान हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं ।।धूपं।।
आओ गुरु चरणन आओ
लाओ फल नन्दन लाओ
गुरु प्रतिरूप भगवान् हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं
बच्चों की बात मानते
गुरु जी मन पढ़ना जानते
गुरु जी खुद के समान हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं ।।फलं।।
आओ गुरु चरणन आओ
लाओ जल चन्दन लाओ
गुरु प्रतिरूप भगवान् हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं
बच्चों की बात मानते
गुरु जी मन पढ़ना जानते
गुरु जी खुद के समान हैं
दया, क्षमा, करुणा निधान हैं ।।अर्घ्यं।।
=कीर्तन=
शिव क्या सुन्दर ?
जयकारा गुरुदेव का
सत्य क्या, जग के अंदर ?
जयकारा गुरुदेव का
जयकारा गुरुदेव का
जय जय गुरुदेव
जय जय गुरुदेव
जयमाला
भव सिन्ध पार पाना
आसान बड़ा
बस आशा न बढ़ा
आ शान बढ़ा
गुरु भक्ति एक ठिकाना
जो भव सिन्ध पार पाना
लेकर नीर नयन
आ पखारते हम, पाकर के श्री गुरु चरण
‘रे मन, लेकर नीर नयन
आ पखारते हम, पाकर के श्री गुरु चरण
रोम रोम पुलकन
साथ गद-गद वयन
लेकर नीर नयन
आ पखारते हम, पाकर के श्री गुरु चरण
‘रे मन, लेकर नीर नयन
आ पखारते हम, पाकर के श्री गुरु चरण
भव सिन्ध पार पाना
आसान बड़ा
बस आशा न बढ़ा
आ शान बढ़ा
गुरु भक्ति एक ठिकाना
जो भव सिन्ध पार पाना
ले करके श्रद्धा सुमन
आ चढ़ाते हैं हम,
पाकर के श्री गुरु चरण
लेकर नीर नयन
आ पखारते हम, पाकर के श्री गुरु चरण
‘रे मन, लेकर नीर नयन
आ पखारते हम, पाकर के श्री गुरु चरण
रोम रोम पुलकन
साथ गद-गद वयन
लेकर नीर नयन
आ पखारते हम, पाकर के श्री गुरु चरण
‘रे मन, लेकर नीर नयन
आ पखारते हम, पाकर के श्री गुरु चरण
भव सिन्ध पार पाना
आसान बड़ा
बस आशा न बढ़ा
आ शान बढ़ा
गुरु भक्ति एक ठिकाना
जो भव सिन्ध पार पाना
जगा के भक्ति ज्योत धन !
करें आरती हम,
पाकर के श्री गुरु चरण
लेकर नीर नयन
आ पखारते हम, पाकर के श्री गुरु चरण
‘रे मन, लेकर नीर नयन
आ पखारते हम, पाकर के श्री गुरु चरण
रोम रोम पुलकन
साथ गद-गद वयन
लेकर नीर नयन
आ पखारते हम, पाकर के श्री गुरु चरण
‘रे मन, लेकर नीर नयन
आ पखारते हम, पाकर के श्री गुरु चरण
भव सिन्ध पार पाना
आसान बड़ा
बस आशा न बढ़ा
आ शान बढ़ा
गुरु भक्ति एक ठिकाना
जो भव सिन्ध पार पाना
।। जयमाला पूर्णार्घं ।।
=हाईकू=
पा गुरु पाद-मूल
कर्म निधत्त-निकाच धूल
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