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जवाब लाजवाब आचार्य श्री जी

जवाब लाजवाब -233

By मुनि श्री निराकुल सागर जी महाराज 

सवाल
आचार्य भगवन् !
मैं दूर रहना चाहता हूँ
पर अहम् बार-बार छू जाता है मुझे
और मैं पास आना चाहता हूँ
लेकिन अर्हम् मुझसे दूर-दूर भागता है
क्या करूँ,
मेरे सपने कभी पूरे होंगे या नहीं
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,

जवाब…
लाजवाब
सुनिये,
अर्हम् की जगह
पहले अ…रहम कहिये
सही ‘यह’ ही अहम् है
सही वह ‘भी’ अर्हम् है
ब्रह्म मैं अहम् है
ब्रह्ममय अर्हम् है
तेरा…मेरा अहम् है
मेरा…तेरा अर्हम् है

कहता अहम्
संस्कृत वर्णमाला का प्रथम अक्षर ‘अ’
अंतिम अक्षर ‘ह’ जब तक न आने लागे
तब तक
‘म’ माने, न करो ‘मुझे’
और आने के बाद, न कर सकोगे सखे
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः

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