सवाल
आचार्य भगवन् !
आज आपके नाम के चर्चे
गली-गली में हैं
पर्चे-पर्चे में आपका फोटू,
फ्रन्ट पर ही छपा रहता है
भगवान् मुझे भी मशहूर बनना है
क्या कहना होगा
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
‘मशहूर’
मसूर ने था चाहा बनना
पर पूरा कहाँ सपना
अभी संग-साथी
सिर्फ माँ-सूर जो है
बल्कि शब्द मशहूर कहता
मसि यानि ‘कि
मसि-कृषि षट्कर्म प्रणेता
हूर यानि ‘कि
हूर नीलांजना चितवन
जित रण ऊरध-रेता
विश्व विजेता
आदि, अजित आदि
हुए नहीं ‘के संगाती
दुनिया गाती
मशहूर
गीता भी
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
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