सवाल
आचार्य भगवन् !
लोग-बाग आपके प्रवचन,
मंत्र मुग्ध होकर सुनते रहते हैं,
सुनने के बाद सभी को कहते सुना है,
‘के आज का प्रवचन तो मेरे ही ऊपर था
आचार्य भगवान् ने मेरे सारे प्रश्नों का उत्तर,
बिना प्रश्न किये ही दे दिया
सच मेरे भगवत् अन्तर्यामी हैं
सो भगवन् !
में बताईये प्रवचन एक सभी की अलग अलग समस्याएँ समाधान कैसे पा गई
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
पापा दीपावली गिफ्ट लाये
सभी बच्चों के मुख से निकल ये लफ्ज आये
‘के आपको खूब पढ़ना आये बखूब चेहरा
घड़ी
तो किसी को थी चाहिये टॉर्च
तो किसी और को केमरा
और पापा थे लाये गिफ्ट
सभी को एक सी
चीज वह मोबाइल थी
हम सभी सुख अनन्त
चाहते दुखों का अन्त
एक ही रास्ता
सभी का एक ही मंजिल से वास्ता
गुरु ज्ञान सागर उपदेशक,
तो मैं आप एक
भगवान् कुन्द-कुन्द उपदेशक,
तो मैं आप गुरुजी एक
और अरिहंत भगवन् उपदेशक,
तो में आप गुरु जी
कुल-गुरु जी एक
आ बनते हम सभी इंसाँ दिल-ए-नेक
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
Sharing is caring!