सिद्ध-चक्र मंडल विधानपंचम वलय *श्री वर्धमान मंत्र*ॐणमो भयवदोवड्ढ-माणस्सरि-सहस्सजस्स चक्कम् जलन्तम् गच्छइआयासम् पायालम् लोयाणम् भूयाणम्जूये वा, वि-वाये वारणंगणे वा, रायंगणे वाथम्-भणे वा, मो-हणे वासव्व पाण, भूद, जीव, सत्ताणम्अव-राजिदो भवदुमे रक्ख-रक्ख स्वाहाते रक्ख-रक्ख स्वाहाते मे रक्ख-रक्ख स्वाहा ।। नव देवता संस्तवन नव […]
