सवाल आचार्य भगवन् ! कितना नादान है इंसान ज़िन्दगी की राह में कॉंच किरात कांटे दो पांच क्या देखता शू-साईड कर लेता है नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब कॉंधा देने की जगह अपना काँधा लगवाना पापा के […]
सवाल आचार्य भगवन् ! कितना नादान है इंसान ज़िन्दगी की राह में कॉंच किरात कांटे दो पांच क्या देखता शू-साईड कर लेता है नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब कॉंधा देने की जगह अपना काँधा लगवाना पापा के […]
सवाल आचार्य भगवन् ! पूजन सुबह सुबह क्यों करना चाहिए नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब चिड़िया चहकती बेवजह बगिया महकती सुबह-सुबह उठ हर्र बगैर फिटकरी लाने चोखा रंग आ हो-ले भगवत् नाम संग सौरभ, सुरभी सुगन्धी चाहिये […]
सवाल आचार्य भगवन् ! नदी बेसुध होकर खारे सागर से मिलने बेकरार क्यों रहती है नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब स… मन्दर कोई सत्य-शिव-सुन्दर तो समन्दर जो बिना अन्तर अपना अन्तर् लौटी नहीं, ‘कि लौटा-लौटा लहर करता […]
सवाल आचार्य भगवन् ! सुनते हैं मॉं श्रीमन्ती जी बड़ी अच्छी प्रभाती गातीं थीं कोई एकाध अच्छी सी सुना दीजिए ना नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब रात खो चली, उठ भी जाओ सुनो सुबह हो चली, उठ […]
सवाल आचार्य भगवन् ! चेहरे पर चेहरे लगाये रखता दुनिया ऐसा कहकर उलाहना देती है वहीं आप प्रशंसा के पुल बांधते बांधते नहीं रखते चन्द्रमा के सो सोच क्या रखते हैं आप नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब […]
सवाल आचार्य भगवन् ! हवा के अक्षर पलटते ही वा…ह निकला पर भगवान् ये वाह कहता कौन इससे नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब कोन-कोन यही कहता है काम इच्छा ना करो काम अच्छा सा करो खुशबू चार […]
सवाल आचार्य भगवन् ! लोग-बाग हाथ धो करके पीछे पड़े रहते हैं तंग करने मुझे, क्या करूॅं नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब पड़े चाँद के पीछे, कम ना-जन उड़ा ले आती कहीं से, बादलों को वायु तो […]
सवाल आचार्य भगवन् ! आप कहते है चिंटिया बड़ी समझदार रहती है है हम समॅंझधार नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब पर… विरले आने पर चिंटिया बाग-बाग नहीं होती भाग भाग नहीं रोती चिंटिया पर… चले जाने पर […]
सवाल आचार्य भगवन् ! गुरु पूर्णिमा का आप हटके ही अर्थ लेते हैं ‘के गुरु पूर्ण, माँ है जिसने हमें जनम दिया दर दर न भटक कर उसी की सेवा करो चार धाम से बढ़ के है माँ अद्भुत सोच […]
सवाल आचार्य भगवन् ! खूब उठा-पटक करने में लगी है दुनिया, मेरा मन भी रातों रात, हाथों हाथ बड़ा आदमी बनने के सपने देखने में पीछे नहीं नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब देखिये, ध्यान रखिये ‘स’ माने […]
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