सवाल आचार्य भगवन् ! मेरा मन बड़ा गंदा है क्या करूँ, कोई रास्ता सुझाईये नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब सुनिये, मन नहीं हम गंदे हैं, माना ट्यूब-टायर है मन पर हम जब तक हवा नहीं बनते हैं […]
सवाल आचार्य भगवन् ! मेरा मन बड़ा गंदा है क्या करूँ, कोई रास्ता सुझाईये नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब सुनिये, मन नहीं हम गंदे हैं, माना ट्यूब-टायर है मन पर हम जब तक हवा नहीं बनते हैं […]
सवाल आचार्य भगवन् ! सभी सलीके से कामकाज कहाँ करते हैं मन करता है, इन्हें टोक दूँ कहाँ तक अच्छा है, किसी की गलतिंयाँ देखना नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब कोई दूध का धुला कहाँ, भूल का […]
सवाल आचार्य भगवन् ! जीवन में कातार लग परेशानिंयाँ खड़ी हैं कैसे निपटूँ कोई मा…रग भिटाईये ना नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब आती निखारने जीवन अपना विपत्तिंयाँ कटीली झाड़िंयों से, बकरिंयों ने चुन लीं जायकेदार पत्तिंयाँ करते […]
सवाल आचार्य भगवन् ! घर से कब निकल चलना चाहिए, और क्या सोचना चाहिए घर से निकल चलने के लिए नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब जब भगवान् ही पहले पहल, घर से नौ महिने में निकालता है […]
सवाल आचार्य भगवन् ! बड़ी मनमानी करता है, मेरा मन, कैसे समझाऊँ इसे, कुछ तो बताइए नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब पहले पहल मारता मन पागलपन जरा सा झकझोर कर दे…बता आ चला नाक तक पानी पूछते […]
सवाल आचार्य भगवन् ! वैरी मत बनाना, ऐसा आप कहते रहते हैं क्या राज छुपा है, बतलाईये तो जर्रा नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब देखो ना, बेरी झड़ाते है, वरना काँटे चुभ जाते हैं सो वैरी मत […]
सवाल आचार्य भगवन् ! डरता रहता हूँ, कहीं नाकामयाबी हाथ न लग चले बार-बार हार की रेख, मानस पटल पर जो छाई है अमिट चलती फिरती लाश के जैसा बन चला हूँ, बस नाम के लिए जी रहा हूँ नमोऽस्तु […]
सवाल आचार्य भगवन् ! कोई तारीफ के दो बोल सुना दे, झूठे ही सही, कोई साथ-साथ जीने मरने के कर ले वादे कितना अच्छा लगता है नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब सुनो, जब इतना ही अच्छा लगता […]
सवाल आचार्य भगवन् ! आजकल रेडीमेड का जमाना खूूब हवा खा रहा है, कहाँ तक उचित है ये ? नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब वैसे आता ही नहीं पसंद रेडीमेड मानस के लिये पर दिल जो दे […]
सवाल आचार्य भगवन् ! पृथ्वी तो क्षमा सार्थक नाम है, माँ भी कहते हैं हम इसे, फिर ठोकरों को पनाह क्यों दिये रहती है यह ? नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब… लाजवाब वैसे रास्ता उमर ढ़ले, जब कम […]
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