सवाल आचार्य भगवन् ! आपका पूरा आहार हो जाता है और रसोई, ज्यों की त्यों रक्खी...
सवाल आचार्य भगवन् ! वन्दना के समय, आपका पीछी रूप बाँसुरी लिये, अंगुली संचालन...
सवाल आचार्य भगवन् ! व्यक्ति सफेद-पोश, जब बड़े-बड़े अपने दोष आपको बताते हैं, और...
सवाल आचार्य भगवन् ! ऐसे कैसे लैंस से देखते हैं आप, जो गलती पहाड़-सी हम आपको...
सवाल आचार्य भगवन् ! ऐसा कोई प्रसंग सुनाईये ना, जिसमें माँ श्री मन्ती जी आपके...
सवाल आचार्य भगवन् ! दीक्षा के समय, आपके घने काले, घुँघराले, बड़े-बड़े बाल थे,...
सवाल आचार्य भगवन् ! बिनौली के समय, नगर अजमेर की गलियों में, हाथी पर सवार, आपकी...
सवाल आचार्य भगवन् ! और संघों में और-और रंग के कमण्डलु हैं, आपके यहाँ, सिर्फ और...
सवाल आचार्य भगवन् ! “मोक्ष मार्ग में परथम लौकी” यत्र तत्र ऐसा भैय्या,...
सवाल आचार्य भगवन् ! इतनी तपती दोपहरी रहती है, धरती फट पड़ती है, पत्ते-पत्ते...
सवाल आचार्य भगवन् ! सुनते हैं, आपसे कोई मुसाफिर जैन मंंदिर की दूरी पूछता था,...
सवाल आचार्य भगवन् ! अपनी आँखें खराब होने का डर नहीं लगता है आपको, भगवन् ! पहले...