सवाल आचार्य भगवन् ! प्रथमानुयोग को सरल तरीके से कैसे समझा जा सकता है...
सवाल आचार्य भगवन् ! जाने, मेरा मन किसका रंग लूट रहा आजकल खूब आलसी बन चला है,...
सवाल आचार्य भगवन् ! धीरे बोलो, कम बोलो, बनती कोशिश चुप हो लो ऐसा क्यों कहते है...
सवाल आचार्य भगवन् ! बचते बचते भी उसकी उढ़ाई चूनर में ढ़ेरों दाग जमा हो चालें...
सवाल आचार्य भगवन् ! ‘री संभल ! जीभ उठाई और तलुवा से मार दी, ये उलाहना...
सवाल आचार्य भगवन् ! ‘दो’ ऐसा अमंगल सूचक शब्द नहीं बोलते हैं सहजो-निराकुल...
सवाल आचार्य भगवन् ! मेरा मन तेरा-मेरा करता रहता है औरों का भला, इसने सोचा हो...
सवाल आचार्य भगवन् ! मन परिग्रह को पाप मानने के लिये किसी भी तरीके से तैयार...
सवाल आचार्य भगवन् ! मैं बड़ी हो चली हूँ, पर मुझे शादी नहीं करनी है मैं धर्म...
सवाल आचार्य भगवन् ! मृत्यु और संमृत्यु में क्या अन्तर है नमोऽस्तु भगवन्,...
सवाल आचार्य भगवन् ! खूब देना चाहता हूँ, दिया भी उसी भगवान् ने ही तो है, लेकिन...
सवाल आचार्य भगवन् ! छोर पकड़ करके खींचने के बाद छोड़ते ही अपने पूर्व स्थान पर...