सवाल आचार्य भगवन् ! दीक्षा के समय, आपके घने काले, घुँघराले, बड़े-बड़े बाल थे, सुनते हैं, खून की धारा वह चली थी, और...
सवाल आचार्य भगवन् ! बिनौली के समय, नगर अजमेर की गलियों में, हाथी पर सवार, आपकी राजसी पोशाक वाली ‘फोटू’ मन...
सवाल आचार्य भगवन् ! और संघों में और-और रंग के कमण्डलु हैं, आपके यहाँ, सिर्फ और सिर्फ, काले रंग का ही कमण्डलु...
सवाल आचार्य भगवन् ! “मोक्ष मार्ग में परथम लौकी” यत्र तत्र ऐसा भैय्या, दीदी के मुख से सुनाई देता है और सच...
सवाल आचार्य भगवन् ! इतनी तपती दोपहरी रहती है, धरती फट पड़ती है, पत्ते-पत्ते पीले हो, झड़ चलते हैं कूप-धूप की लड़ाई...
सवाल आचार्य भगवन् ! सुनते हैं, आपसे कोई मुसाफिर जैन मंंदिर की दूरी पूछता था, तो आप कहते थे इतने बार महामन्त्र...
सवाल आचार्य भगवन् ! अपनी आँखें खराब होने का डर नहीं लगता है आपको, भगवन् ! पहले से कोई व्यवस्था कर लेते हैं ऐसा...
सवाल आचार्य भगवन् ! गोम्मटेश के दर्शन के समय, चढ़ाव पर आप खड़े हैं, श्री फल आपके हाथों की शोभा बढ़ा रहा है,...
सवाल आचार्य भगवन् ! दाँत मर्कट कट-कट करने लगते हैं साँय साँय की आवाज करती, हवाएँ चलने लगती हैं, और मनमानी ओला,...
सवाल आचार्य भगवन् ! आपके हाथों की, हथेलिंयों के, गुरु आदि पर्वत, आकाश से जा लगते हैं, बताते हैं, बता दीजिये ना...
सवाल आचार्य भगवन् ! सामुद्रिक शास्त्र प्रकाश डालते है ‘कि जो बड़े-बड़े युग-पुरुषों को, अपने जीवन के...
सवाल आचार्य भगवन् ! आपने अपना प्रथम मुनि शिष्य, बड़े भाई अनन्त जी के लिए न बनाकर, छोटे भाई शान्ति जी के लिए, समय...
