सवाल आचार्य भगवन् ! क्या कारण रहा के आपने प्रतिभा स्थलियाँ ब्रह्मचारी भाईयों के लिए सुपुर्द न करके,...
सवाल आचार्य भगवन् ! आप वर्तमान- वर्धमान हैं इसमें आज किसी को भी कोई ऐतराज नहीं है, सो वैसे तो प्रश्न ही नहीं...
सवाल आचार्य भगवन् ! जहाँ सारी दुनिया पक्ष लगाकर आसमान छूने के लिये उत्सुक है, वहाँ आपने अपने एक अनन्य शिष्य...
सवाल आचार्य भगवन् ! जब देखो तब आप कहते मिलते हैं देखो…देखो, सो भगवन् क्या इस देखो, शब्द का कोई विशेष अर्थ,...
सवाल आचार्य भगवन् ! आपने कभी फरियाद को याद किया है किसी और से, न सही, भगवन् गुरुणांगुरु आचार्य ज्ञान सागर के...
सवाल आचार्य भगवन् ! भगवान महावीर के मंदिर में दूर तक, सुदूर तक, प्रसाद की कोई व्यवस्था नहीं है, फिर भी आपने...
सवाल आचार्य भगवन् ! चतुर्विध संघ आपका, एकदम छरहरा सा दिखता है सभी नई उम्र के साधक हैं भगवन् ! खूब तपस्या...
सवाल आचार्य भगवन् ! आपके संघ में एक, खुरई के की महाराज श्री जी भी हैं उनका नाम निराकुल सागर जी, रखने में क्या...
सवाल आचार्य भगवन् ! एक दमोह के महाराज श्री जी हैं, जिनका नाम आपने निर्मोह सागर जी रक्खा है तो भगवन् ! कोई...
सवाल आचार्य भगवन् ! सुनते हैं, देखते भी हैं, ‘कि आप जल्दी ही बात को घुमा देते हैं और एक हल्की सी मधुर मुस्कान...
सवाल आचार्य भगवन् ! माटी मूक है, या बोलती चूँकि दोनों ही प्रकाश में आ चुकी हैं भगवन् पूरक है एक दूसरे की, या...
सवाल आचार्य भगवन् ! आपने मूकमाटी में अबे को तैयार करने से लेकर अग्नि की नदी पार कराने तक का, बेजोड़ चित्र...
