सवाल आचार्य भगवन् ! आज आपके नाम के चर्चे गली-गली में हैं पर्चे-पर्चे में आपका फोटू, फ्रन्ट पर ही छपा रहता है...
सवाल आचार्य भगवन् ! दूसरों का छल हम, समझ क्यों नहीं पाते है मछली ही मछली को, साबुत निगल जाती है अपने ही ठग करके...
सवाल आचार्य भगवन् ! जर्रा सा नमकीन थोड़ा सा पापड़ तो भोजन के साथ अच्छा रहता है लेकिन आप लेते ही नहीं, भगवन्,...
सवाल आचार्य भगवन् ! मेरे सपने में आप रात आप आये हुये थे मैं आपके चरणों के करीब बैठा था, मुझे मोटा-मोटा सा याद...
सवाल आचार्य भगवन् ! खुरापाती है मेरा मन भगवन् ज़र्रा सा हटक दो ना इसे सुनते हैं, आपको वचन-सिद्धी है सभी आपकी...
सवाल आचार्य भगवन् ! दुनिया न सिर्फ कहती है, बल्कि यही करती भी है ‘के जैसे को तैसा, यानि ‘कि जो नफरत करें,...
सवाल आचार्य भगवन् ! सुनते हैं, समय से पूर्व ही रावण जैसे लोगों को सिद्धियाँ हो चलीं पर आज तो रिद्धि-सिद्धि...
सवाल आचार्य भगवन् ! जैनागम में पात्रों के लिये ही दान देने की बात कही है सो क्या विशेष कारण है नमोऽस्तु...
सवाल आचार्य भगवन् ! आज रात मैंने एक सपना देखा ‘के आप अपने कानों को बार-बार पकड़ रहे हैं बार-बार अपनी गर्दन...
सवाल आचार्य भगवन् ! क्या धर्म के ठेकेदार सिर्फ पैसे वाले, काले अक्षर पढ़ लेने वाले दिमाग से छलांगें भर लेने...
सवाल आचार्य भगवन् ! आप छह-छह घड़ी की, बड़ी बड़ी सामायिक करते है मुनिराजों के मुखारविंद से प्रवचनों में सुना है...
सवाल आचार्य भगवन् ! आपके प्रवचनों में, सुना है ‘कि भगवान् पारस नाथ जी ने, इस वर्तमान भव में क्या, दश भवों से...
