सवाल आचार्य भगवन् ! आजकल तो जीवन बड़ा आसान हो चला है घर-घर भौतिक यन्त्र आ चले हैं पहले जैसी मगजमारी नहीं है...
सवाल आचार्य भगवन् ! आज नेक दिल इन्सां मिलते हीं नहीं, पाप दिलों में तिलों के जैसा अतराने लगा है आजकल, सच...
सवाल आचार्य भगवन् ! घर से निकले का खूब मन होता है बखूब उपाय भी खोज लाता मन लेकिन रेशम के कीड़े सी दशा है भगवान्...
सवाल आचार्य भगवन् ! मन’मानी क्यों करता रहता है, भले माँ का दीर्घ स्वर नहीं लेकिन ह्रश्व तो है माँ की बात...
सवाल आचार्य भगवन् ! इन्द्रिय पाँचों ही शब्दश: कुछ कुछ राज खोलतीं हैं ‘के मुझ सा परस…न, रस…न, घर…न, नय…न, कर…न...
सवाल आचार्य भगवन् ! बचाते-बचाते ही दामन दागदार हो चलता है आजकल हवा ही कुछ ऐसी चल रही है काजल की कोठरी से...
सवाल आचार्य भगवन् ! कीर्ति मुझसे कोस दूर भागती है, भगवन् ! बिगड़ती चली गई लोगों से, धागा गाँठ वाला हो चला मेरा...
सवाल आचार्य भगवन् ! सुनते हैं, हर बारी माँ हारती है और बेटा जीतता है भगवन् वो प्रसंग सुनाईए जिसमें मॉं श्री...
सवाल आचार्य भगवन् ! मोक्षमार्गी तो गंभीरता का परिचय देते हैं अब प्रवचनों में आत्मा पर बल न देकर इधर के...
सवाल आचार्य भगवन् ! माँ के लिये प्रथम गुरु मानते हैं सबसे पवित्र दिन गुरु पूर्णिमा भी कुछ-कुछ नहीं बहुत-कुछ...
सवाल आचार्य भगवन् ! ठण्डी के समय शरीर पर काँटे उठ आते हैं भगवन्, फूल क्यों नहीं उठते हैं नमोऽस्तु भगवन्,...
सवाल आचार्य भगवन् ! ये ‘मानसून’, आकर के हमसे क्या कहता है आप और कान रखते हैं हम लोग तो सिर्फ दुकानदार हैं...
