सवाल आचार्य भगवन् ! किसी का दिल दुखाना अच्छा है क्या पर हा ! हाय ! जमा…ना चुभाता ही रहता है डंक नाजुक जो होता...
सवाल आचार्य भगवन् ! आपके प्रवचन में तिल्ली के जैसा अतराता रहता है शब्द जमा…ना जमाना भगवन् ! एक बार ही...
सवाल आचार्य भगवन् ! ये जीजी की पाँत तो खत्म ही नहीं होती है, हर साल आप दादा गुरुदेव ज्ञान सागर जी के समाधि...
सवाल आचार्य भगवन् ! ‘अतिथि देवो भव’ ऐसा आप ही कहते है और भगवान् आगुंतकों के साथ आप थोड़ी सी भी...
सवाल आचार्य भगवन् ! ऐसी वैसी नहीं, हिन्दी सवा शेर, हिन्दी की लाईन ( लॉयन ) इंग्लिश का शेर जो बब्बर है वो...
सवाल आचार्य भगवन् ! जिनागम में आचार्य महाराज कोई भी हों ग्रन्थ समाप्ति पर एक ही भावना भाते हैं, बोधि-समाधि...
सवाल आचार्य भगवन् ! तीर्थकर सर्वज्ञ, निर्ग्रन्थ जैसे दुकानदार अनेकांत, अहिंसा जैसा चोखा माल फिर भी देवों...
सवाल आचार्य भगवन् ! नाम सार्थ सा जमा…ना एक भाई की खुशी, दूसरे भाई को दुखी कर जाती है लोग-बाग शूद्र जल नहीं...
सवाल आचार्य भगवन् ! विकारी भाव बार-बार दबाये भी, सर उठाते हैं हर रात प्रण करके सोता हूँ, सुबह उठने के साथ फिर...
सवाल आचार्य भगवन् ! हम भक्त खूब भजन करते हैं, फिर भी भगवान नहीं जाते हैं, और आप कहते हैं भगवान् भक्त नाम...
सवाल आचार्य भगवन् ! जब भगवान् के पास अक्षय भंडार है तो भक्तों को देने में आना कानी क्यों करते हैं माना...
सवाल आचार्य भगवन् ! ‘रक्षा, बन्धन में’ बात कुछ-कुछ गले नहीं उतरती हैं, प्रभो ! बन्धन तो असुरक्षा का नाम है,...
