सवाल आचार्य भगवन् ! बन्द मुट्ठी लाख की, खुल चली तो खाक की ऐसा क्यों करते हैं नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्,...
सवाल आचार्य भगवन् ! नाव से पानी उलीचते रहना, यदि बाद में न खींजते रहना तो पंखो से धूल मिट्टी नीचे खींचते रहना...
सवाल आचार्य भगवन् ! पंचमहाल का मानव सींझता क्यों नहीं है, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्,...
सवाल आचार्य भगवन् ! मेरा मन बड़ा चंचल है, क्या करूँ नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब…...
सवाल आचार्य भगवन् ! शिव-भूति पार, 923 गिंराई की पर्याय में रहने वाले, जीवों का हो चला उद्धार, हा ! हहा ! हम कब...
सवाल आचार्य भगवन् ! भीतर की आवाज किस चिड़िया का नाम है आँख मूंंदकर के देखते हैं अन्दर, तो सिर्फ धड़कन की,...
सवाल आचार्य भगवन् ! बचपन से ही खोजी मिजाज का हूँ, ज़र्रा ज़र्रा छान आया सुकून कहीं मिला ही नहीं, जाने मंजिल...
सवाल आचार्य भगवन् ! आप कहते हैं भीतर अपना… बाहर सपना अपनी नाक के आगे अपना कुछ भी नहीं, पर विश्वास कैसे जमायें...
सवाल आचार्य भगवन् ! आपके प्रवचनांश में पढ़ा ‘कि क्या रोकने लायक है आपने कहा शब्द क्रोध खुद ही कहता है क…रोध...
सवाल आचार्य भगवन् ! सागिर्द, नौकर, चाकर, लड़के किसी को तो रख लेने दीजिए आज कल काम-काज अपने हाथों से करना नहीं...
नव देवता ‘अरिहन्त’ अरि यानि ‘कि शत्रु, सो दुश्मन कोई व्यक्ति विशेष नहीं है अवगुण हैं राग-द्वेष-मोह काम,...
चत्तारि दण्डक एसो पञ्च णमोक्-कारो, सव्व पावप्-पणा-सगो । मं-गला-णं च सव्-वे-सिं, पढमं ह-वई मं-गलं ।। यह पञ्च...
