सवाल आचार्य भगवन् ! ‘दो’ ऐसा अमंगल सूचक शब्द नहीं बोलते हैं सहजो-निराकुल नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु...
सवाल आचार्य भगवन् ! मेरा मन तेरा-मेरा करता रहता है औरों का भला, इसने सोचा हो कभी सपने में भी, मुझे तो याद नहीं,...
सवाल आचार्य भगवन् ! मन परिग्रह को पाप मानने के लिये किसी भी तरीके से तैयार क्यों नहीं होता है भले पुण्य के...
सवाल आचार्य भगवन् ! मैं बड़ी हो चली हूँ, पर मुझे शादी नहीं करनी है मैं धर्म प्रभावना करना चाहती हूँ किसी तरह...
सवाल आचार्य भगवन् ! मृत्यु और संमृत्यु में क्या अन्तर है नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्,...
सवाल आचार्य भगवन् ! खूब देना चाहता हूँ, दिया भी उसी भगवान् ने ही तो है, लेकिन भगवान् को चढ़ाई द्रव्य, माली को जो...
सवाल आचार्य भगवन् ! छोर पकड़ करके खींचने के बाद छोड़ते ही अपने पूर्व स्थान पर आने में स्प्रिंग समय ही कितना...
सवाल आचार्य भगवन् ! आज कल बड़ा सुर्खिंयों में छाया है लव जिहाद है क्या ये भला नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु...
सवाल आचार्य भगवन् ! कमेटी वालों के बारे में, कान भरने आते होंगे लोग आप तक क्या सोचते हैं आप, उन कमेटी वालों के...
सवाल आचार्य भगवन् ! गुस्सा सिर्फ छीनता ही छीनता है, या फिर कुछ देता भी है नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्,...
सवाल आचार्य भगवन् ! भाग के शादी करना, कहाँ तक जायज है नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, जवाब…...
सवाल आचार्य भगवन् ! मन दूसरों को दिखाने के लिए, आईना की का बोझ लिये घूमता फिरता है कैसे समझाऊँ नमोऽस्तु...
